Neem Ke Top 10 Fayde in Hindi | नीम के 10 फायदे

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नीम के इन फायदों को जानकर दंग रह जायेंगे आप !

Posted on Dec 03, 2020
नीम के इन फायदों को जानकर दंग रह जायेंगे आप !
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नीम का परिचय तथा फायदे (Introduction and Benefits of Neem in Hindi)

Neem ke fayde in Hindi:- अगर आप को बोला जाये की एक वृक्ष ऐसा है, जिसकी सहायता से आप अपने निजी जिंदगी में कई प्रकार की समस्या से छुटकारा पा सकते है तो आपको मजाक लगेगा। जी हाँ, नीम से तो आप सभी भली-भांति परिचित होंगे लेकिन नीम के फायदे क्या-क्या हैं या नीम का उपय़ोग किन-किन रोगों में कर सकते हैं, इस बात से कई लोग अपरिचित होंगे। नीम का वानस्पतिक नाम एजाडिरैक्टा इण्डिका (Azadirachta indica) तथा (Syn-Melia indica Brantis) है। तथा यह मीलिएसी (Meliaceae) कुल का पौधा है।

यह स्वाद में अत्यंत कड़वा होता है परन्तु इसका तासीर बहुत ठंडा होता है अपने इस गुण के कारण गर्मियों से होने वाले समस्या में यह बहुत ही लाभकारी होता है। नीम को उसके औषधीय गुणों के कारण धरती का कल्प वृक्ष भी कहा जाता है। जो लोग इसके विशेषताओं से परिचित है वो इसे अपने घर के अगल-बगल लगा देते है। क्योंकि यह 24 घंटे शुद्ध वायु प्रदान करता है और प्रदूषित हवा की वजह से होने वाले कई प्रकार की बिमारियों से हमारी रक्षा करता है। साथ ही इसका प्रयोग घाव, चर्म रोग में फायदा लेने के लिए करते हैं।

नीम के बेहतरीन फायदे (Neem Benefits in Hindi) :- 

नीम एंटी बैक्टेरियल गुण के कारण बहुत फायदेमंद माना जाता है। वैसे तो नीम के पत्ते Neem ke patte khane ke fayde खाने में बेहद कड़वे होते हैं, लेकिन ये हमें कई गंभीर बीमारियों से बचाने के साथ आपकी खबूसूरती को निखारने में रामबाण का काम करती है। नीम एक ऐसा पेड़ है जिसका हर हिस्सा किसी न किसी बीमारी के इलाज में कारगर है. इतना ही नहीं विभि‍न्न प्रकार के सौंदर्य प्रसाधनों के निर्माण में भी नीम को प्रमुख रूप से इस्तेमाल किया जाता है

फोड़े-फुंसी से राहत दिलाये (Neem Prevents from ulcer) :-

बहुत लोग पेट की गर्मी या इन्फेक्शन के वजह से फोड़े-फुंसी से परेशान रहते है। ऐसे में नीम के पत्ते (Neem ke patte tatha pani ke fayde) को पीसकर फोड़े पर लेप लगाने से या इन पत्तो को पानी में उबालकर इस पानी से शरीर को धोने पर इस समस्या से राहत मिलती है। इसके आलावा नीम के बीज के तेल (neem ke tel ke fayde) को लगाने से तथा खाली पेट नीम की 3-4 पत्ती खाने से भी इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। 

मलेरिया बुखार में लाभप्रद (Beneficial for malaria ):-

मलेरिया बुखार का अगर समय से इलाज ना कराया जाये तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। वैसे नीम भी इस समस्या में काफी लाभकारी होता है इसके छाल (Neem chal ke fayde) को पानी में उबालकर, उसका काढ़ा बनाकर दिन में तीन बार,आधा कप पीने से मलेरिया बुखार से राहत मिल सकती है, और कमजोरी भी ठीक होती है। 

पेट में कीड़े पड़ जाने में फायदेमंद (Beneficial for stomach bacterial problem):-

Pet ki samsya me neem ke fayde अक्सर ख़राब हाजमा या अनुचित भोजन की वजह से पेट में कीड़े पड़ जाते है डॉक्टर्स के मुताबिक अक्सर यह बल्यावस्था में अत्यधिक मीठा पदार्थ खाने की वजह से होता है । जो पेट की कई गंभीर समस्याओ का कारण बनते है ऐसे में नीम के 2-4 नई पत्तियों का खाली पेट सेवन करने से पेट के कीड़े मल के साथ बाहर निकलते है, और पेट का हाजमा सुचारु रूप से चलता है। 

 

रक्त शुद्धि में सहायक (Helps to Purify blood):-

अगर रक्त साफ़ ना हो तो इंसान के शरीर पर खुजली, लाल चकते, फोड़े-फुंसी जैसे तमाम त्वचा रोग होने लगते है। नीम के पत्ते तथा निंबोली रक्त विकार को दूर करने में सहायक होती है तथा खून की गर्मी को शांत करती है। इनके प्रयोग से रक्त को शुद्ध करके इन समस्याओ से राहत पाया जा सकता है। 

बवासीर में फायदेमंद (Beneficial for piles):- 

नीम के अंदर वाली छाल को पीसकर गुड़ के साथ खाने से बवासीर (Piles me neem ke fayde in Hindi) से राहत मिलती है। तथा निंबोली का गुदा पानी में घोलकर पिने से भी लाभ मिलता है इसके आलावा इसके तेल को मस्से पर लगाने से मस्से सूखने लगते है तथा मस्सो के दर्द से राहत मिलती है। 

मुंहासो से छुटकारा (Reduces pimples):-

एक उम्र के बाद या पेट की गर्मी से मुहांसे निकलने लगते है। नीम का रस रोजाना एक कप की मात्रा में पीते रहने से मुहांसो से छुटकारा मिलता है। इसके आलावा नीम के तेल (Neem Tel) में नीम की छाल पीसकर मुहासों पर लगाना भी फायदेमंद होता है। 

मुख से दुर्गन्ध (पायरिया) में फायदेमंद (Beneficial in pyria):-

मसूढ़ों से खून और मवाद आना, सांसों से बदबू आना, दांतों में दर्द होना और दांतों का पीला पड़ना पायरिया के लक्षण हैं। ऐसे में नीम बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। नीम की छाल, पत्ती को पीसकर उसमे सेंधा नमक मिश्रण करके सूखाकर उससे दन्त साफ़ करने से मुख दुर्गन्ध से राहत मिलती हैं तथा मसूड़े मजबूत होते है। इसके आलावा नीम का दातुन भी फायदेमंद माना जाता है। 

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